कोरोना वायरस के चलते देशभर में लॉकडाउन लगा हुआ है। देश में कोरोना (Coronavirus) के मरीजों की संख्या बढ़कर 10363 हो गई है। अब तक 339 लोग जान गंवा चुके हैं। जबकि 1035 मरीज इलाज से ठीक हो गए हैं। कोरोना वायरस (Coronavirus) के बढ़ते मामलों के बीच भारत में लॉकडाउन (Lockdown Extends) को अब 3 मई तक के लिए बढ़ा दिया गया है। इसी बीच पटियाला में स्वयंभू निहंग बलविंदर सिंह ने असिस्टेंट सब-इन्स्पेक्टर (ASI) हरजीत सिंह का 11 अप्रैल 2020 को सुबह हाथ काट दिया था। कहा जाता है कि बलविंदर के नाम की उसके डेरे के आसपास के 12 गांवों में दहशत है। यही नहीं, उसके खिलाफ कई आपराधिक मामले भी दर्ज हैं। रेवेन्यू रेकॉर्ड्स में दर्ज तालाब की दो एकड़ जमीन को उसने खिचड़ी साहिब गुरुद्वारा बनवाने के नाम पर कब्जा लिया था।
इतना ही नहीं, एक स्थानीय कमिशन एजेंट पर भी बलविंदर ने इस बात का दबाव बनाया कि वह परिसर से सटी अपनी 1.5 एकड़ जमीन उसे सौंप दे। हालांकि, इस मामले में बाद में जब बलविंदर ने पीड़ित शख्स के परिवार को धमकाया तो उन्होंने पुलिस के पास से शिकायत वापस ले ली।
निहंगों से जुड़े बुड्ढा दल के पंथ प्रमुख बाबा बलबीर सिंह पहले ही यह स्पष्ट कर चुके हैं कि बलविंदर का निहंगों से कोई लेना-देना नहीं है। वहीं ग्रामीणों के मुताबिक, 20 साल पहले वह एक सिनेमा हॉल में लूट की वारदात को अंजाम देने के बाद संगरूर जिले में अहमदगढ़ से गांव आया था। उस दौरान आतंकवाद अपने चरम पर था। कृपाल सिंह नाम के एक स्थानीय व्यक्ति कहते हैं, 'प्रमुख ग्रंथि को जब उसने यह बताया कि वह सेवा करना चाहता है तो उसे गांव के गुरुद्वारे में पनाह मिल गई।'
वह कहते हैं, 'बलविंदर ने उस दौरान यह किवदंती भी सुनी थी कि किस तरह से गांव की महिलाओं ने सिखों के नौवें गुरु तेग बहादुर को कुछ खिचड़ी अर्पित की थी। इसके बाद उसने एक मनगढ़ंत कहानी तैयार की और एक स्थान को चिह्नित कर कहा कि यही वह जगह है, जहां यह सबकुछ किया गया। फिर वह एक गुरुद्वारा बनवाने जा रहा था। इतना ही नहीं, जिस जगह को उसने चुना था, वह बलबेड़ा में गांव का एक सूखा हुआ तालाब था।'
बता दे कि असिस्टेंट सब-इन्स्पेक्टर (ASI) हरजीत सिंह का कटा हाथ पीजीआई चंडीगढ़ के डॉक्टर्स टीम 7 घंटे में सफलता पूर्वक जोड़कर चमत्कार कर दिया।