Sandeep Maheshwari Biography In Hindi

                                           Sandeep Maheshwari Biography In Hindi

संदीप का परिवार अल्युमिनियम का बिज़नेस (Aluminum Business) करता था जो की अचानक ठप हो गया और परिवार की सारी आर्थिक जिम्मेदारियाँ संदीप पर आ गई जो की बस 19 वर्ष के थे तब । उस समय संदीप दिल्ली विश्वविद्यालय के किरोड़ीमल कॉलेज (Kirorimal College) में B.Com कर रहे थे । संदीप ने एक आदर्श भारतीय पुत्र की तरह अपने परिवार को आर्थिक संकटों से निकालने की पूरी कोशिश की । उन्होंने एक मल्टी लेवल मार्केटिंग कंपनी (Multi-level Marketing Company) में काम किया और घरेलू चीज़ों की उत्पादन (Manufacturing) में भी हाथ आज़माया और किसी तरह अपने परिवार को संभालने की कोशिश की । इन्ही दिनों में संदीप को समझ आया की पढ़ाई लिखाई से भी ज्यादा ज़रुरी जीवन के असली महत्व को जानना है । उन्होंने तुरंत कॉलेज से ड्रॉप आउट (Dropout) किया और अपनी असली रूचि और जोश को हासिल करने में जुट गए ।
संदीप की रूचि मॉडलिंग (Modeling) और फ़ोटोग्राफ़ी (Photography) में थी । 19 साल की उम्र में उन्होंने अपने मॉडलिंग करियर की शुरुआत की । मॉडलिंग की दुनिया में मॉडल्स का शोषण देखकर उनपर काफी गहरा प्रभाव हुआ और उन्होंने जूझ रहे मॉडल्स की मदद करने की ठान ली । इसलिये उन्होंने मैश ऑडियो विजुअल्स (Mash Audio Visuals) नाम की कंपनी खोली जो मॉडल्स के पोर्टफोलियो बनाती थी । इस कंपनी से उन्हें नाकामी ही मिली । लेकिन संदीप ने हार नहीं मानी और 2002 में अपने तीन दोस्तों के साथ मिलकर एक और कंपनी शुरू की मगर वो भी नाकाम रही और मात्र 6 महीनों में बंद हो गई । अपनी नाकामियों के अनुभव (Failure Experience) से संदीप ने समाज की मदद के लिये एक किताब लिखी मगर वो भी सफल नहीं हो पाई ।
इतनी नाकामियों (Failure) के बाद तो कोई भी घुटने टेक दे मगर संदीप का हौसला बुलंद रहा । उन्होंने हार नहीं मानी और लगन से मेहनत करते गए । 2003 में उन्होंने मात्र 10 घंटे और 45 मिनट में 122 मॉडल्स के 10 हज़ार शॉट्स (Picture Click) लिये और एक विश्व रिकॉर्ड (World Record) बना डाला । इससे उन्हें काफी लोकप्रियता मिली मगर उनका ध्यान नहीं भटका और वे आगे बढ़ते गए । इन्ही दिनों उन्हें अपनी वेबसाइट बनाने का विचार आया जिसपर Indian Models और Photographers के चित्र हों । वर्ष 2006 में उन्होंने अपनी वेबसाइट ImagesBazaar Launch की । शुरुआत में बस कुछ ही चित्र थे और थोड़े ही फोटोग्राफर थे, मगर आज इस वेबसाइट पर विश्व के सबसे ज्यादा भारतीय चित्र हैं और हर साल ये कंपनी करोड़ों कमाती है । संदीप को पैसों का मोह नहीं है, उनका कहना है – “पैसे की इम्पोर्टेंस (Importance) उतनी है, जितनी एक गाड़ी में पेट्रोल की होती है, न उससे ज्यादा, न उससे कम ।”

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